विजयवाड़ा में 125 फीट ऊंची आंबेडकर प्रतिमा; 132वीं आंबेडकर जयंती पर होगा अनावरण

विजयवाड़ा में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की 125 फीट की सबसे ऊंची मूर्ति बनने जा रही है। 80 फीट ऊंचे चबूतरे या आधार भवन के सहित इस प्रतिमा की कुल ऊंचाई 205 फीट होगी। अप्रैल 2023 में यह भव्य प्रतिमा बनकर तैयार होगी। यह डॉ. आंबेडकर की सबसे ऊंची मूर्ति होगी तथा भारत की सबसे ऊंची मूर्तियों में चौथे स्थान पर होगी – Dr Ambedkar statue in Vijayawada

125 ft Ambedkar statue in Vijayawada Andhra Pradesh
125 ft tall Ambedkar statue in Vijayawada, Andhra Pradesh

एक तरफ तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में बाबासाहब की 125 फीट ऊंची प्रतिमा पर जोरों से काम चल रहा है, जिसका निर्माण कार्य 14 अप्रैल 2023 तक पूरा हो जाएगा। दुसरी तरफ आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा शहर में भी एक दुसरी बाबासाहब की 125 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा का निर्माण कार्य जोरो से जारी है।

हैदराबाद की डॉ आंंबेडकर प्रतिमा पर हमने एक स्वतंत्र लेख लिखा है (यहां पढ़ें)। तथा इस हम डॉ आंबेडकर की विजयवाड़ा में बन रही प्रतिमा के बारे में जानने वाले है।

125 feet tall Dr Ambedkar statue in Vijayawada

model of 125 ft Ambedkar statue in Vijayawada
विजयवाड़ा की 125 फीट ऊंची आंंबेडकर प्रतिमा का 12 फीट ऊंचा मॉडल (idhatri.com)

आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा शहर के केंद्र में स्वराज्य मैदान है, जिसमें ‘डॉ. बी. आर. आंबेडकर स्मृति वनम’ यानि ‘डॉ. बी.आर. आंबेडकर मेमोरियल’ बनाया जा रहा है। इसी स्मारक में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की 125 फीट (38 मीटर) ऊंची प्रतिमा का निर्माण हो रहा है।

81 फुट ऊंचे चबूतरे पर यह आंबेडकर की 125 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी। चबूतरे के साथ इस मूर्ति की कुल ऊंचाई 205 फीट (62.48 मीटर) होगी। प्रतिमा 352 मीट्रिक टन स्टील और 112 मीट्रिक टन पीतल से बनेगी।

डॉ आंंबेडकर की प्रतिमा में 12 टन वजन वाले जूते लगभग 12 फीट ऊंचे हैं, जो प्रतिमा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। 125-feet Ambedkar statue in Vijayawada

आधार भवन, कन्वेंशन सेंटर, बेसमेंट सहित अन्य कार्यों को पूरा कर लिया गया है और 14 अप्रैल 2023 को 132वीं आंबेडकर जयंती को स्मारक का उद्घाटन किया जाएगा।

यह आंंबेडकर मूर्ति भारत के शीर्ष 10 सबसे ऊंची मूर्तियों में 9 वें स्थान पर होगी, तथा दुनिया की शीर्ष सबसे ऊंची मूर्तियों में 89वें स्थान पर होगी।

समाज कल्याण मंत्री मेरुगु नागार्जुन ‘डॉ. बी.आर. आंबेडकर स्मृति वनम’ समिति के अध्यक्ष है।

आंध्र प्रदेश के शिक्षा मंत्री ओडिमुलपु सुरेश ने कहा, “125 फुट की आंबेडकर प्रतिमा दलितों के आत्मसम्मान का प्रमाण है।” आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि “डॉ. बी.आर. आंबेडकर की प्रस्तावित 125 फीट ऊंची प्रतिमा स्मारक उद्यान के साथ उच्च गुणवत्ता की होगी और प्रतिमा में एक चमकीली चिंगारी होगी।”

9 जुलाई, 2020 को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के बीचों-बीच स्थित स्वराज मैदान में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की 125 फीट ऊंची प्रतिमा का शिलान्यास किया था।

उस वक्त जगन मोहन रेड्डी ने कहा था, “डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर देश के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों में एक महान शक्ति थे। डॉ. आंबेडकर ने अंग्रेजी भाषा में महारत हासिल करने के अपने दृढ़ संकल्प के माध्यम से अंग्रेजी शिक्षा के महत्व को साबित किया।”

“Dr. Babasaheb Ambedkar was a great force in the country’s social, economic and political spheres. Dr. Ambedkar had proved the importance of English education through his determination to master the language.” – Chief Minister YS Jagan Mohan Reddy

 

 

2015 में, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने भारतीय संविधान के निर्माता के 125वीं जयंती के अवसर पर ₹200 करोड़ रूपये लागत से डॉ. आंबेडकर परियोजना की घोषणा की गई थी। यह परियोजना आंध्र प्रदेश की नई राजधानी अमरावती के इनावोलु गांव में लागू की जानी थी। इस परियोजना में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का भव्य स्मारक और उनकी 125 फीट ऊंची प्रतिमा बनाने की योजना थी।

लेकिन सत्ता में आने के चार साल बाद भी वह इस काम को अंजाम नहीं दे पाए। बाद में जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने ‘डॉ. बी.आर. आंबेडकर स्मृति वनम’ परियोजना को छोड़ दिया, और विजयवाड़ा शहर में इसके समान अन्य परियोजना, जिसमें बाबासाहेब के लिए एक स्मारक और 125 फीट ऊंची मूर्ति बनाने का फैसला किया।

इस प्रतिमा को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर बनाने का निर्णय लिया गया था, इसलिए इस प्रतिमा की ऊंचाई भी 125 फीट रखी गई है। अब विजयवाड़ा शहर के केंद्रीय स्वराज मैदान में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा का निर्माण कार्य हो रहा है।

मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने ‘पीडब्ल्यूडी मैदान’ के नाम से जाने वाले मैदान का नाम बदलकर ‘डॉ. बी.आर. आंबेडकर स्वराज्य मैदान’ कर दिया है। राज्य सरकार ने कहाँ है की डॉ. बी.आर. आंबेडकर स्मृति वनम का काम जोरों पर है और 2023 में इसका निर्माण पूरा हो जाएगा। इसका उद्घाटन 14 अप्रैल, 2023 को किया जाएगा।

 

मूर्ति की विशेषताएं 

विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश के डॉ. बी. आर. आंबेडकर स्मारक में स्थापित होने वाली 125 फीट ऊंची मूर्ति का डिजाइन, जो 80 फीट ऊंचे चबूतरे पर खड़ी है
  • विजयवाड़ा में बन रहा डॉ. आंबेडकर स्मारक 20 एकड़ में होगा। प्रारंभ में स्मारक के लिए केवल 7 एकड़ भूमि उपलब्ध थी, लेकिन शेष कंस्ट्रक्शन को हटाना पड़ा और स्मारक के लिए अन्य 13 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई।
  • स्मारक में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की 125 फीट ऊंची प्रतिमा होगी, जो देखने में बेहद भव्य और आकर्षक लगेगी।
  • यह आंबेडकर प्रतिमा 80 फीट ऊंचे चबूतरे पर स्थापित की जाएगी, जिससे प्रतिमा की कुल ऊंचाई 205 फीट होगी।
  • प्रतिमा में बाबासाहब के जूते लगभग 12 फीट ऊंचे हैं, जिनका वजन करीब 12 टन है।
  • बाबासाहेब की यह प्रतिमा कांस्य धातु से बनी होगी।
  • स्मारक का निर्माण विजयवाड़ा के स्वराज्य मैदान (पीडब्ल्यूडी मैदान) में किया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी ग्राउंड का नाम बदलकर ‘डॉ. बी.आर. आंबेडकर स्वराज्य मैदान’ रखा गया है।
  • जिस स्थान पर यह भव्य प्रतिमा खड़ी होने जा रही है, वहां अब साढ़े 12 फीट की एक आदर्श (model) प्रतिमा है, जो उस 125 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा की प्रतिकृति है।
  • यह एक प्रतिष्ठित परियोजना होगी और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण होगी।
  • 20 एकड़ स्मारक भूमि पर एक सुंदर उद्यान विकसित किया जाएगा, जिसमें आकर्षण का केंद्र आंंबेडकर की भव्य मूर्ति होंगी।
  • इस स्मारक में मूर्तियां, उद्यान, अनुसंधान केंद्र और अन्य संरचनाएं भी शामिल हैं।
  • पुस्तकालय, संग्रहालय और गैलरी के निर्माण के अलावा, स्मारक में डॉ. आंबेडकर की जीवनी भी दिखाई जाएगी। पार्क में चौड़ी गलियों और आकर्षक फुटपाथों पर बाबासाहेब के सुविचार को प्रदर्शित किया जाएगा।
  • भारत भर के विभिन्न स्थानों से डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के स्मारकों की छवियां यहां होंगी; जिसमें दीक्षाभूमि (नागपुर), चैत्यभूमि (मुंबई), आंबेडकर स्मारक (लखनपुर) और प्रेरणा स्थल (नोएडा) को दिखाया जाएगा।
  • 2,000 लोगों की क्षमता वाला एक सभागार, 500 लोगों की क्षमता वाला एक ओपन थिएटर और साथ ही एक ध्यान केंद्र विकसित किया जाएगा।
  • इस परियोजना पर कुल लागत 268 करोड़ रुपये हैं, और फरवरी 2022 तक 100 करोड़ रुपये इस्तेमाल किए गए हैं।
  • चेन्नई स्थित IIIT प्रतिमा को डिजाइन कर रहा है।
  • इस प्रतिमा को आंध्र प्रदेश राज्य के मंत्रियों, विधायकों और तेलुगू लोगों के सुझावों और राय को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।
  • 14 अप्रैल 2023 को डॉ आंबेडकर के 132वीं जयंती के अवसर पर इस भव्य प्रतिमा का उद्घाटन किया जाएगा।

 

 

वर्तमान में सबसे ऊंची आंंबेडकर प्रतिमाएं 

जयपुर, राजस्थान की डॉ. आंबेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी में भी बाबासाहब की एक ऊंची प्रतिमा है, जो वर्तमान में डॉ आंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा है। हालांकि इसकी ऊंचाई के बारे में जानकारी नहीं है। इस प्रतिमा के चित्र देखने से उसकी भव्यता का पता चलता है (देखें)। यह प्रतिमा बोरबंदा की आंबेडकर प्रतिमा से ऊंची भी है।

2019 में, तेलंगाना सरकार पहले ही बोरबंदा (Borabanda) में सेंटर फॉर दलित स्टडीज में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की 27 फीट 6 इंच ऊंची प्रतिमा स्थापित कर चुकी है। यह वर्तमान समय में बाबासाहब की दुसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है।

 

डॉ आंबेडकर की तीन सबसे ऊंची मूर्तियां, जो जल्द ही बनकर तैयार होगी

प्रतिमा का नाम स्थान ऊंचाई कुल ऊंचाई अनावरण
1 हैदराबाद, तेलंगाना 125 फीट 175 फीट (आधार भवन – 50 फीट) 14 अप्रैल 2023
2 विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश 125 फीट 205 फीट (आधार भवन – 80 फीट) 14 अप्रैल 2023
3 मुंबई, महाराष्ट्र 350 फीट 450 फीट (आधार भवन – 100 फीट) 14 अप्रैल 2024

सारांश

इस लेख में विजयवाड़ा की निर्माणाधीन डॉ. बाबासाहेब आंंबेडकर की मूर्ति (Dr Ambedkar statue in Vijayawada) के बारे में जानकारी दी गई है। जैसे जैसे प्रतिमा के निर्माण का कार्य आगे बढ़ेगा वैसे वैसे इस लेख की जानकारी को अपडेट किया जाएगा। धन्यवाद।


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