हैदराबाद में 125 फीट ऊंची डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा

हैदराबाद में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की 125 फीट की सबसे ऊंची मूर्ति स्थापित की गई है, जिसका अनावरण 14 अप्रैल 2023 को हुआ। आधार भवन सहित 175 फीट ऊंची वाली यह प्रतिमा दुनिया की डॉ. आंबेडकर की सबसे ऊंची मूर्ति है, साथ ही यह भारत की चौथी सबसे ऊंची मूर्ति है। दूसरी ओर, मुंबई और विजयवाड़ा में भी बाबासाहब की विशाल प्रतिमाओं का निर्माण कार्य जारी हैं। – Dr Ambedkar statue in Hyderabad

 या लेखाला मराठीत वाचा 

हैदराबाद में 125 फीट ऊंची डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा

125 feet tall Dr Ambedkar statue in Hyderabad

आप शायद जानते ही होंगे कि भारत में सबसे ज्यादा प्रतिमाएं अगर किसी की है तो वह संविधान निर्माता डॉ बाबासाहब आंबेडकर हैं। अब इन प्रतिमाओं में बाबासाहब की विशाल प्रतिमाएं भी जुड़ी है तथा जुड़ने जा रही हैं।

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में डॉ. बी. आर. आंबेडकर स्मारक बनाया गया है, जिसमें डॉ. आंबेडकर की 125 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा है। यह विशाल प्रतिमा भारत की तथा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमाओं में शुमार होती है।

इस प्रतिमा को बनने में 7 वर्ष का समय लगा। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने 14 अप्रैल 2016 को बाबासाहब आंबेडकर की 125 वीं जयंती के अवसर पर उनकी 125 फुट ऊंची प्रतिमा का शिलान्यास किया। Ambedkar statue in Telangana

14 अप्रैल 2023 को डॉ. आंंबेडकर की 132वीं जयंती पर इस भव्य प्रतिमा का अनावरण तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री के.सी. राव ने किया। इस अवसर पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के पोते और वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष ॲड. प्रकाश आंबेडकर भी मौजूद थे।

 

 

यह डॉ. आंबेडकर मेमोरियल हैदराबाद शहर में स्थित हुसैन सागर झील के पास एनटीआर गार्डन में 11.4 एकड़ जगह पर बना है। इस स्मारक में पार्क, भव्य प्रतिमा, प्रतिमा का आधार भवन, संग्रहालय, पुस्तकालय, सम्मेलन कक्ष और अन्य संरचनाएं हैं। इस स्मारक को एक उत्कृष्ट पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है।

 

आंंबेडकर मूर्ति की विशेषताएं 

125 feet Dr Ambedkar statue in Hyderabad Telangana
125 feet Dr Ambedkar statue in Hyderabad Telangana

125 फीट (38 मीटर) ऊंची बाबासाहब की प्रतिमा को 50 फीट ऊंचे आधार भवन पर स्थापित किया गया है। यह आधार भवन हमारे भारतीय संसद भवन की गोलाकार प्रतिकृति है।

यानी आधार भवन सहित डॉ. आंंबेडकर की प्रतिमा की कुल लंबाई 175 फीट (53.34 मीटर) है, तथा इसकी चौड़ाई 45.5 फीट है।

मशहूर शिल्पकार राम सुतार एवं उनके बेटे शिल्पकार अनिल राम सुतार ने इस भव्य आंबेडकर प्रतिमा को बनाया है।

बाबासाहब की यह मूर्ति भारत की शीर्ष सबसे ऊंची मूर्तियों में 8 वीं और दुनिया की शीर्ष सबसे ऊंची मूर्तियों में 89 वीं हैं।

अगर आधार भवन सहित मूर्तियों के कुल ऊंचाई की बात करें तो यह आंंबेडकर मूर्ति भारत की 4 थी सबसे ऊंची मूर्ति है तथा दुनिया की 40 वीं सबसे ऊंची मूर्ति होगी।

 

यह 11.4 एकड़ भूमि पर एक भव्य स्मारक बनाया गया है, जिसमें भव्य मूर्ति, आधार भवन, संग्रहालय, पुस्तकालय, सम्मेलन कक्ष और अन्य संरचनाएं भी हैं।

जिस आधारशिला पर प्रतिमा स्थापित है, वह तीन मंजिला है और इसका कुल निर्मित क्षेत्र 26,258 वर्ग फुट है। इस संरचना में एक संग्रहालय है जिसमें डॉ बाबासाहेब आंबेडकर के जीवन इतिहास को दर्शाने वाले कई लेख और चित्र हैं और प्रस्तुत करने के लिए 100 सीटर सभागार है। डॉ आंबेडकर के जीवन के ऑडियो-विजुअल से संबंधित एक पुस्तकालय भी यहां है।

लगभग 450 कारों के लिए पार्किंग सुविधा प्रदान करने के अलावा, 11 एकड़ में फैले पूरे परिसर को 2.93 एकड़ में लैंडस्केप और हरियाली से सजाया गया है। डॉ बाबासाहब आंबेडकर के चरणों तक पहुंचने के लिए चबूतरे के शीर्ष पर आगंतुकों के लिए दो लिफ्ट हैं।

प्रतिमा में बाबासाहेब को हाथ में संविधान लिए दर्शाया जाएगा। इस संविधान के स्ट्रक्चर में मूल संविधान की प्रति (वास्तविक किताब) भी रखी गई है। यानी इस प्रतिमा में बाबासाहेब हाथ में वास्तविक संविधान की पुस्तक लिए खड़े हैं।

डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की इस प्रतिमा के लिए 791 टन स्टेनलेस स्टील और 9 टन पीतल का इस्तेमाल किया जाएगा। तथा पूरी प्रतिमा की लागत लगभग 146.5 करोड़ रुपये है। Ambedkar statue cost In Telangana

हुसैन सागर झील में दुनिया की सबसे ऊंची अखंड पत्थर की बुद्ध प्रतिमा है, जिसकी ऊंचाई 18 मीटर (58 फीट) है। इस तरह भगवान बुद्ध और बाबासाहेब आंबेडकर जैसे दो महानतम व्यक्तित्वों की भव्य प्रतिमाएं एक स्थान पर मौजूद रहेंगी।

हैदराबाद की भव्य आंबेडकर प्रतिमा की तस्वीरें देखें 

विजयवाड़ा और मुंबई में भी बाबासाहब आंबेडकर की विशाल प्रतिमाएं बन रही हैं। हैदराबाद की आंबेडकर प्रतिमा की तुलना में, विजयवाड़ा में बन रही आंबेडकर प्रतिमा 30 फीट ज्यादा ऊंची होगी तथा मुंबई की प्रतिमा 275 फीट ज्यादा ऊंची होगी।

 

 

वर्तमान में सबसे ऊंची आंंबेडकर प्रतिमाएं 

जयपुर, राजस्थान की डॉ. आंबेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी में भी बाबासाहब की एक ऊंची प्रतिमा है, जो (हैदराबाद की आंंबेडकर प्रतिमा के बाद) वर्तमान में डॉ आंबेडकर की दुसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है। हालांकि इसकी ऊंचाई के बारे में जानकारी नहीं है। इस प्रतिमा के फोटो देखने से उसकी भव्यता का पता चलता है (देखें)। यह प्रतिमा बोरबंदा की आंबेडकर प्रतिमा से ऊंची भी है।

2019 में, तेलंगाना सरकार पहले ही बोरबंदा (Borabanda) में सेंटर फॉर दलित स्टडीज में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की 27 फीट 6 इंच ऊंची प्रतिमा स्थापित कर चुकी है। यह वर्तमान समय में बाबासाहब की तिसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है।

 

डॉ बाबासाहब आंबेडकर की तीन सबसे ऊंची मूर्तियां

प्रतिमा का नाम स्थान ऊंचाई कुल ऊंचाई अनावरण
1 हैदराबाद, तेलंगाना 125 फीट 175 फीट (आधार भवन – 50 फीट) 14 अप्रैल 2023
2 विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश 125 फीट 205 फीट (आधार भवन – 80 फीट) जुलाई 2023
3 मुंबई, महाराष्ट्र 350 फीट 450 फीट (आधार भवन – 100 फीट) 14 अप्रैल 2024
4 जयपुर, राजस्थान
5 सेंटर फॉर दलित स्टडीज, तेलंगाना 27 फीट 6 इंच 2019

 

आंध्र प्रदेश में भी 125 फीट ऊंची आंंबेडकर प्रतिमा

आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा शहर में ‘डॉ. बी.आर. आंंबेडकर स्मृति वनम’ यानि ‘डॉ. बी.आर. आंंबेडकर मेमोरियल’ बनाया जा रहा है। इस स्मारक में भी डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की 125 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। 125 feet Ambedkar statue in Hyderabad

यह प्रतिमा 80 फीट के आधार भवन पर खड़ी होगी। यानी आधार भवन के साथ ही इस प्रतिमा की कुल ऊंचाई 205 फीट होने जा रही है। यह प्रतिमा कुल ऊंचाई में हैदराबाद की आंंबेडकर प्रतिमा (175 फीट) से 30 फीट अधिक ऊंची होगी।

विजयवाड़ा के डॉ बीआर आंंबेडकर स्मारक का काम जोरों पर है और इसका निर्माण जुलाई 2023 में पूरा हो जाएगा। इससे पहले इसका अनावरण भी 14 अप्रैल 2023 को करने का प्लान था। लेकिन प्रतिमा को बनने में अभी थोड़ा समय और लगेगा। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे 2 तेलुगू भाषीय राज्यों में बाबासाहब की 125 फीट ऊंची दो विशाल प्रतिमाएं स्थापित होना बड़े गौरव की बात है।

 

मुंबई की 450 फीट ऊंची आंंबेडकर प्रतिमा

मुंबई, महाराष्ट्र में बाबासाहब के भव्य मूर्ति (Statue of Equality) का निर्माण हो रहा है, इसकी आधार के साथ कुल ऊंचाई 450 फीट होगी। महाराष्ट्र सरकार के अनुसार, यह मूर्ति अगले वर्ष 14 अप्रैल 2024 को बनेगी। हालांकि इसे इससे ज्यादा समय लगने की संभावना है। यह आंंबेडकर प्रतिमा विश्व की 5 सबसे ऊंची प्रतिमाओं में से एक होगी।

 

14 अप्रैल 2022 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल में बाबासाहब की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाने का ऐलान किया। हालांकि उन्होंने आगे की कोई कार्रवाई नहीं की और ना ही प्रतिमा की ऊंचाई के बारे में कोई जानकारी दी। ऊंची प्रतिमा 100 फीट से ऊंची बनाए जाने की संभावना है।

भारत में सबसे अधिक प्रतिमाएं डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की है। समूचे भारतीय राज्यों में डॉ बाबासाहब आंंबेडकर की लोकप्रियता एवं उनका महत्व काफी बढ़ा है।


सारांश

इस लेख में हैदराबाद की डॉ. बाबासाहेब आंंबेडकर की मूर्ति (Dr Ambedkar statue in Hyderabad) के बारे में जानकारी दी गई है। धन्यवाद।


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