डॉ. आंबेडकर के प्रपौत्र सुजात प्रकाश आंबेडकर एक सक्रीय सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता हैं। वह प्रकाश आंबेडकर के पुत्र तथा डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के प्रपौत्र (great-grandson of Dr Ambedkar) हैं। – sujat ambedkar biography

Sujat Ambedkar biography in Hindi
सुजात प्रकाश आंबेडकर (जन्म 1995) एक भारतीय कार्यकर्ता, पत्रकार और राजनीतिज्ञ हैं। वह डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के पड़पोते (प्रपौत्र) और प्रकाश आंबेडकर के बेटे हैं।
सुजात, अपने पिता द्वारा स्थापित ‘वंचित बहुजन आघाडी’ (VBA) इस राजनीतिक दल के युवा नेता और सम्यक विद्यार्थी आंदोलन के नेता हैं। वह महाराष्ट्र राज्य में ‘वंचित बहुजन आघाडी’ के युवा कार्यकर्ताओं का एक नेटवर्क भी संभाल रहे हैं।
सुजात प्रकाश आंबेडकर
जन्म
15 जनवरी 1995
शिक्षा
MSc (Royal Holloway, University of London)
धर्म
बौद्ध धर्म
व्यवसाय
पत्रकार , सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता
संगठन
वंचित बहुजन आघाडी
माता-पिता
प्रकाश आंबेडकर तथा अंजलि आंबेडकर
पत्नी
अविवाहित
संतान
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डॉ. बाबासाहब आंबेडकर (परदादा)
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यशवंत आंबेडकर (दादा)
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प्रकाश आंबेडकर (पिता)
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आनंदराज आंबेडकर (चाचा)
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राजरत्न आंबेडकर (चचेरा भाई)
अर्जीत भाषाएं
मराठी, हिंदी और अंग्रेजी
शिक्षा – Sujat Ambedkar education qualification
सुजात आंबेडकर ने फर्ग्यूसन कॉलेज, पुणे से राजनीति विज्ञान में डिग्री ली है। फिर उन्होंने 2016-18 के दौरान चेन्नई में एशियन कॉलेज ऑफ़ जर्नलिज्म से पत्रकारिता में डिप्लोमा प्राप्त किया। कॉलेज के प्राचार्यों ने आरोप लगाया था कि सुजात और उनके समर्थकों ने जेएनयू छात्र नेता कन्हैया कुमार के फर्ग्यूसन कॉलेज के एक कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगाए थे।
इसकी (प्राचार्यों और कॉलेज कि) सभी स्तरों से भारी आलोचना हुई। कॉलेज ने फिर अपना आरोप पत्र वापस ले लिया। तब सुजात आंबेडकर पहली बार सुर्खियों में आए थे। वे अब लंदन में पढाई कर रहे हैं। दिसंबर 2021 में, उन्होंने Royal Holloway, University of London से Elections Campaigns and Democracy में MSc डिग्री हासिल की।
व्यक्तिगत जीवन – Sujat Ambedkar family

सुजात प्रकाश आंबेडकर (Sujat Prakash Ambedkar) का जन्म 15 जनवरी 1995 को हुआ था। वह डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के पड़पोते या प्रपौत्र हैं। उनके पिता का नाम प्रकाश आंबेडकर हैं, तथा मां अंजलि आंबेडकर हैं।
सुजात अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। वे बौद्ध हैं। वह आंबेडकर परिवार की चौथी पीढ़ी के सदस्य हैं। अपने पिता और पड़दादा की तरह, उनके दादा यशवंत आंबेडकर भी एक राजनीतिज्ञ थे।
उनके चाचा आनंदराज आंबेडकर और चचेरे भाई राजरत्न आंबेडकर भी राजनीति में सक्रिय हैं। उनके दुसरे चाचा भीमराव आंबेडकर धार्मिक कार्यो में सक्रीय हैं। sujat ambedkar age
पत्रकारिता
सुजात आंबेडकर ने दो वर्षों तक कई राष्ट्रीय दैनिक और वेबसाइटों में स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम किया। वे बेहतर ड्रमर भी हैं। भविष्य में, वे एक बैंड भी बनाएंगे जो संगीत के माध्यम से राजनीतिक बयान देने वाला होगा।
सुजात आंबेडकर का जीवन परिचय sujat ambedkar in hindi
राजनीतिक कैरियर
हालाँकि सुजात आंबेडकर एक राजनीतिक कार्यकर्ता हैं, लेकिन उन्होंने खुद सक्रिय राजनीति में प्रवेश नहीं किया है। “अगर लोगों कि मांग होगी तो राजनीती में आऊंगा। लेकिन तब तक, मैं हमेशा लोगों की मदद करने और सत्ताधारियों सवाल करुंगा तथा आंदोलन करूंगा” ऐसा सुजात आंबेडकर ने कहा है।
‘वंचित बहुजन आघाडी’ (हिन्दी में : वंचित बहुजानो का संगठन) में उन्हे कोई पद नहीं दिया गया है। महाराष्ट्र के 2019 के लोकसभा चुनाव तथा विधानसभा चुनाव अवधि के दौरान, आंबेडकरवादियों, मुसलमानों और अन्य बहुजन युवाओं को एक साथ रखने, सोशल मीडिया का प्रबंधन करने, कार्यालय की बैठकें आयोजित करने की जिम्मेदारी सुजात ने निभाई थी। सुजात की माँ डॉ. अंजलि आंबेडकर ने भी पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया था।
27 मई, 2018 को, आज़ाद मैदान में, सुजात आंबेडकर ने पहली बार एक सार्वजनिक सभा में लोगों को संबोधित किया था। सुजात ने एल्गार मार्च में केवल दो मिनट का भाषण दिया था। जिसमे उन्होने सरकार को बदलने कि अपील की थी। उनकी इस अपील को दर्शकों ने खूब सराहा। इस एल्गार मार्च के अवसर पर, आंबेडकर परिवार की चौथी पीढ़ी ने सामाजिक क्षेत्र में प्रवेश किया।
जब प्रकाश आंबेडकर महाराष्ट्र में 2019 के लोकसभा चुनाव में अकोला के साथ सोलापुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे थे, तब सुजात ने अपने पिता के प्रचार के लिए एक महीने के लिए सोलापुर निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार किया था।
सुजात आंबेडकर सम्यक विद्यार्थी आन्दोलन के नेता भी हैं। सम्यक विद्यार्थी आन्दोलन के माध्यम से, उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न उपनिवेशों में मतदाताओं के यहां दौरा करने पर जोर दिया। विजय संकल्प 23 सितंबर से 1 अक्टूबर तक सम्यक विद्यार्थी आन्दोलन के माध्यम से आयोजित किया गया था।
2022 में सक्रियता
“दंगों के भड़काने वाले आमतौर पर उच्च जाति के ब्राह्मण होते हैं,” ऐसा सुजात अंबेडकर ने अप्रैल 2022 में कहा था। इसका पुणे के ब्राह्मण महासंघ ने विरोध किया था। सुजात ने अपने बयान को सही ठहराने के लिए अनुराग ठाकुर, मिलिंद एकबोटे, संभाजी भिड़े, जेएनयू में हिंसा जैसे उदाहरण दिए और कहा कि दंगों में उच्च स्तर के ब्राह्मण शामिल थे।
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संदर्भ व बाहरी कड़ियाँ
- मैंने मराठी विकिपीडिया पर भी सुजात आंबेडकर का जीवन परिचय का लेख लिखा है।
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It is very helpful information, bcoz i am eager to know his personal life.
Very good introduction Apen dilali mahiti chan aahe mala alveoli.