डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मेरे प्रेरणा स्रोत हैं – नाना पाटेकर | Nana Patekar on Dr Ambedkar

फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर को अपना ‘आदर्श’ मानते हैं। युगपुरुष डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने सभी के लिए, सभी समुदायों के लिए काम किया है, इसलिए नाना पाटेकर ने उन्हें अपने प्रेरणा स्रोत माना है। – Nana Patekar on Dr Ambedkar

  हा लेख मराठीत वाचा  

Nana Patekar on Dr Ambedkar

भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर को मशहूर फिल्म अभिनेता पद्मश्री नाना पाटेकर अपने प्रेरणा स्रोत मानते हैं। नाना पाटेकर एक बार ‘गेस्ट लेक्चर सीरीज’ (जीएलएस) नामक एक कार्यक्रम में गए थे, जहां उनसे पूछा गया था कि आप किसे अपना ‘प्रेरणा स्रोत’ मानते हैं। उन्होंने उत्तर दिया – ‘डॉ. बाबासाहब आंबेडकर’। इस लेख में हम जानते हैं कि नाना पाटेकर ने बाबासाहब के बारे में क्या कहा।

70 वर्षीय नाना पाटेकर एक अनुभवी भारतीय अभिनेता, लेखक और फिल्म निर्माता हैं। वह एक मराठी व्यक्ति हैं और मराठी सिनेमा और हिंदी सिनेमा में बेहद लोकप्रिय हैं। वह एक सामाजिक व्यक्ति हैं और हमेशा समाज के लिए विभिन्न कार्य करते देखे जाते हैं। मराठी फिल्म अभिनेता मकरंद अनासपुरे के साथ, उन्होंने ‘नाम फाउंडेशन’ भी शुरू किया, जिसके माध्यम से वह महाराष्ट्र के सूखा प्रवण क्षेत्रों में आत्महत्या करने वाले किसानों की मदद करते हैं।

 

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3 नवंबर 2017 को, अभिनेता नाना पाटेकर वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (VJTS), मुंबई द्वारा आयोजित ‘गेस्ट लेक्चर सीरीज’ (GLS) नामक कार्यक्रम में गए थे। इस इवेंट में एक शख्स ने नाना पाटेकर से पूछा, “नाना, आप हमारे लिए प्रेरणा स्रोत हैं, लेकिन आपके लिए ‘प्रेरणा स्रोत‘ कौन हैं?

नाना पाटेकर ने तुरंत जवाब दिया – “डॉ. बाबासाहब आंबेडकर। डॉ. बाबासाहब आंबेडकर हमेशा सुट-बुट में रहते थे। उन्होंने जीवन भर सबके लिए काम किया। उन्होंने केवल दलितों के लिए काम नहीं किया है। डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के बारे में यह भ्रांति है कि वे केवल एक दलित नेता हैं। लेकीन उन्होंने सभी समुदायों के लिए काम किया है। बाबासाहब ने उनके लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया।

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Nana Patekar on Dr Ambedkar  (Image credit : Getty Images)

नाना पाटेकर के प्रेरणा स्त्रोत डॉ. बाबासाहब आंबेडकर है और वे उन्हें अपना प्रेरणास्रोत क्यों मानते हैं इसका भी जवाब उन्होंने दिया है। वाकई नाना पाटेकर की बात में सच्चाई है, क्योंकि कुछ लोग आज भी बाबासाहब को संकुचित दृष्टिकोण से देखते हैं और उन्हें एक विशेष वर्ग का नेता ही समझते हैं। भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने देश के सभी समुदायों के लिए काम किया है, इसलिए नाना पाटेकर ने उन्हें अपनी प्रेरणा, अपना आदर्श माना।

निर्विवाद रूप से डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ‘विश्वरत्न’ हैं, हालांकि वे एक मराठी व्यक्ति थे। उन्होंने सामाजिक कार्यों के माध्यम से देश भर में सुधार लाए और दुनिया भर में कई लोगों को प्रेरित किया। इसलिए यह आश्चर्य की बात नहीं है कि समाजसेवी नाना पाटेकर इस सामाजिक क्रांति के अग्रदूत बाबासाहब को अपनी प्रेरणा मानते हैं। क्योंकि नाना पाटेकर भी सामाजिक क्षेत्र के व्यक्ति हैं, और वे सामाजिक कार्य भी कर रहे हैं। डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने न केवल दलितों के लिए बल्कि सभी के लिए काम किया है। साथ ही वे केवल दलितों नहीं बल्कि हम सभी के हैं।

मराठी पृष्ठभूमि से आने वाले नाना पाटेकर मुख्य रूप से हिंदी और मराठी फिल्मों में काम करते हैं। वह स्वयं अनुसूचित जाति (दलित) व्यक्ति नहीं है, न ही वह धर्म से बौद्ध है। वे आस्तिक हैं या नास्तिक, यह भी ज्ञात नहीं है। उनका जीवन स्तर सरल है और उनका सामाजिक कार्य महान है। सिनेवर्ल्ड में नाना पाटेकर के अलावा और भी कई हस्तियां हैं, जो डॉ. बाबासाहब आंबेडकर को अपनी प्रेरणा मानते हैं – इनमें आमिर खान, नागराज मंजुले, ऋचा चड्ढा, पा. रंजीत, उषा जाधव, आदर्श शिंदे, आनंद शिंदे, गगन मलिक, सिद्धार्थ जाधव, भाऊ कदम जैसे कई उल्लेखनीय फ़िल्मी लोग हैं।

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संदर्भ

 

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